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Memory and Learning Techniques

Memory and Learning Techniques

आज के आधुनिक समय में बेहतर जीवन के लिए प्रतियोगिता चल रही है , और इस प्रतियोगिता में वही व्यक्ति सफल होगा ,जिसके पास बौद्धिक और तकनीकी कौशल अधिक होगा। आपके जीवन स्तर का सीधा सम्बन्ध आपके अध्ययन के स्तर से है। बेहतर अध्ययन हमारे बेहतर जीवन का निर्माण करता है। हम सब पढ़ना लिखना तो जानते है, पर पढ़ा कैसे जाता है यह नहीं जानते।
इस ट्रेनिंग प्रोग्राम में हम अपने मस्तिष्क की अद्भुत प्राकृतिक क्षमता का आंकलन कर, पढ़ने की और याद रखने की वैज्ञानिक तकनीकों को सीखते है , जिससे हमारी याददाश्त बेहतर होती है। बोझिल पढाई भी रुचिकर लगने लगती है। परीक्षाओ में अंक तो अच्छे आते ही है साथ ही जीवन में भी आत्मविश्वास और गुणवत्ता आती है।
प्रतियोगी परीक्षाओ में “समय सीमा “की प्रतिस्पर्धा में इस तकनीक के प्रयोग से हम कम समय में और आत्मविश्वास के साथ सही जवाब दे सकते है।
 
बच्चों , छात्रों , शिक्षकों से लेकर व्यवसायी तक यह हर किसी के लिए उपयोगी है। इसका सम्बन्ध हमारी याददाश्त क्षमता से है और जो अध्ययन के साथ अपने जीवन स्तर को भी ऊपर उठाना चाहते है।

Emotional Freedom Techniques (EFT)

विश्व में तेजी से लोकप्रिय होती ये तकनीक आपको , अपने मन को स्वस्थ रखना सिखाएगी , जिसके चमत्कारिक परिणाम , आप अपने जीवन के हर क्षेत्र में अनुभव करेंगे। सुयश ठाकुर इस तकनीक के अनुभवी और भारत के प्रमुख पेशेवर ट्रेनर में से एक है।
यह तनाव का युग है। बच्चो से लेकर बुजुर्गो तक , छात्रों से लेकर बड़ी कंपनियों के प्रमुखों तक आधुनिक जीवन के अपने – अपने तनाव है। घर की गृहिणी से लेकर सरकारी कर्मचारी तक सबके अवचेतन मन में नकारात्मकता तथा शिकायते है । डर, कुंठा , चिढ़ , माफ़ न कर पाने की आदत आदि भरी है। हम रोज अपने कपड़ो और शरीर को साफ़ करते है , पर हमारे पास ऐसा कोई तरीका नहीं , जिससे हम अपने आतंरिक दुःख दर्द और तकलीफो को अपने मन से दूर कर सके । निष्कर्षतः उम्र बढ़ने के साथ हमारा मन पुरानी यादो , तकलीफो का एक कूड़ाघर बन जाता है । इससे हमारे अपनों के साथ, सामाजिक , और व्यावसायिक सम्बन्ध ख़राब हो रहे है। हमारा शरीर इसकी कीमत Psychosomatic , बीमारियों के रूप में भोग रहा है।

Emotional Healing techniques

NLP -Neuro-linguistic programming

Neuro Linguistic Programming

N – न्यूरो का सम्बन्ध आपके मस्तिष्क की कार्यप्रणाली से है। हमें ये पता चलता है की हम सोचते कैसे है , निर्णय कैसे करते है ? जीवन के अच्छे या बुरे अनुभव, उनकी संरचना दिमाग में किस प्रकार बनती है?
 
L – लिंगविस्टिक – इसका सम्बन्ध भाषा से है जिसका सम्बन्ध हमारी बाहरी और आतंरिक दुनिया से भी है।
 
P – प्रोग्रामिंग – इसका सम्बन्ध हमारे मन में बनी मान्यताओं तथा मूल्यों से है। एक आतंकवादी और एक शहीद जवान में मूलतः अन्तर उनके मन की प्रोग्रामिंग का होता है।
NLP says – “Quality of your life is just define the quality of your communication”

NLP is a way of changing someone thought and behaviours to help achieve desire outcome for them. NLP is like learning the language of your own mind.
 
NLP is a set of tools and techniques, but It is so much more than that.
 
It is an attitude and a methodology of knowing how to achieve your goals and get result. NLP comprises model, techniques and strategies, you can say NLP is user manual of your mind.


सरल शब्दों में समझें तो NLP श्रेष्ठ लोगो की श्रेष्ठता के अध्ययन से प्राप्त वो सूत्र, तकनीक , रणनीति , व्यावहारिक मनोविज्ञान की समझ है। जिसे सीखकर कोई व्यक्ति अपने मन की उन्नत दशा , और मनचाहे परिणाम प्राप्त कर सकता है।
 
NLP को लेकर हमारा यह विज़न और मिशन है कि इस उत्कृष्ट तकनीक और ज्ञान को हिंदी और भारतीय भाषाओ में सरल रूप में उपलब्ध कराया जाये । साथ ही NLP और अन्य श्रेष्ठ तकनीकों को अध्यात्म और नैतिकता के साथ जोड़ा जाये । प्रयास यही है की NLP में पारंगत होने के बाद में आप एक श्रेष्ठ इंसान बन सके।

NLP का बहुत गहरा सम्बन्ध मनुष्य के मन और वाणी से है। सभी कलाओ में भाष्य कला ( Communication Skill ) को मस्तिष्क पर शासन करने की कला कहा गया है और NLP इस कला को सीखने का एक श्रेष्ठ विज्ञानं है।
NLP से आप क्या सीखते है?
YOUnique के NLP प्रशिक्षण प्रोग्राम में आप इन विषयो पर अंतर दृष्टि , तकनीक और अनुभव पाते है –
1.    लक्ष्य निर्धारित करके उन्हें प्राप्त करने की मानसिक रणनीति।
2.    मनोदशा का प्रबंधन। नकारात्मक मनोदशा को सकारात्मक मनोदशा में बदलने के सूत्र और तकनीके।
3.    अपने दिमाग की कार्यप्रणाली को समझना तथा दुसरो को मनोस्थिति को समझना।
4.    भाषा और संवाद कौशल में निपुण होना।
5.    अपनी बॉडी लैंग्वेज और अपनी तथा दुसरो की अशाब्दिक संकेतो को समझ पाना।
6.    लोगो को समझने के हुनर को विकसित करने की तकनीक और सूत्र।
7.    भविष्य में आने वाली बाधाओं को स्वीकार करने तथा उनसे निपटने की मानसिक क्षमता, को प्राप्त करना
8.    दुसरो के मस्तिष्क में अपने विचारो और उद्देश्यों को अधिरोपित करना।
9.    स्वयं को नकारात्मक मनोदशा, डर , फोबिया , तथा पूर्व के कड़वे अनुभव को बाहर निकालने के सूत्र और तकनीके।
10.    मानवीय सम्बन्धो तथा परिवार आदि में समरसता लाने के सूत्र।
11.    काम टालने की आदत।
12.    स्वयं से तथा वर्तमान परिस्थितियों से सामना न कर पाने जैसी आदतो में सुधार के सूत्र और बहुत कुछ।
हम अपने NLP के प्रशिक्षण में व्यक्तिगत और सामूहिक दोनों रूपों में आपके चाहे गए परिणाम के लिए सफलता का ब्लू प्रिंट आपके अंदर तैयार करते है और आपकी मनोवांछित सफलता के लिए आपकी कमियों को दूर कर आपका व्यावहारिक मार्गदर्शन करते है।
NLP के अनुप्रयोग –
NLP का सम्बन्ध उन सभी लोगो तथा भाषाओ से होता है, जो हर क्षेत्र में बेहतरी चाहता है और अपने मन को अवसाद मुक्त करके सकारात्मक दिशा में जाना चाहता है, तथा सम्बन्धो को भी अच्छा करना चाहता है। NLP उन सभी क्षेत्रो में उपयोगी है जिसका इंसान से गहरा नाता है। जैसे व्यापार , शिक्षा , खेल , राजनीति , अभिनय , कला संवाद कौशल आदि। यह प्रक्रिया विश्व भर में लाखो लोगो को व्यक्तिगत और व्यावसायिक जीवन को बेहतर बनाती है।
 

Psychological Counselling & Guidence

Psychological counselling and guidance

सीने में जलन आँखों में तूफ़ान सा क्यों है?

इस शहर में हर शख़्स परेशान सा क्यों है?

दिल है तो धड़कने का बहाना कोई ढूँढे,

पत्थर की तरह बेहिस-ओ-बेजान सा क्यों है?

बकौल शायर शहरयार कही गई बातें आज और ज्यादा सच है।

पूरे विश्व में विकलांगता और अस्वस्थता का सबसे बड़ा कारण मानसिक बीमारियां है , और ये संख्या ह्रदय रोग और कैंसर के संयुक्त आकड़ो से भी ज्यादा है। पूरे विश्व में , भारत में आत्महत्या की डर सर्वाधिक है और 15 – 29 आयु वर्ग में होने वाली मौतों में , वाहन दुर्घटनाओं से होने वाली मृत्यु के बाद , आत्महत्या का दूसरा स्थान है| 2017 में विश्व की आबादी करीब 970 मिलियन लोगो में से 13% मानसिक बीमारियों से ग्रसित थे और NIMHANS – Bangalore के सर्वे अनुसार भारत की आबादी का 13.7% किसी न किसी मानसिक अस्वस्थता से ग्रसित है|

जरुरी नहीं कि आप और हम सब सिज़ोफ्रेनिआ , बाइपोलर डिसऑर्डर या पागलपन जैसे क्लीनिकल साइकोलॉजिकल बीमारियों से ग्रसित हो , पर हममे से प्रायः बहुत से लोग शिकवा शिकायत, क्रोध, माफ़ न कर पाना , आत्मविश्वास की कमी , सम्बन्धो में कड़वाहट के साथ एक आधी अधूरी जिंदगी जी रहे है। मानसिक उलझनों में हमारी कीमती ज़िन्दगी , प्रतिभा , ऊर्जा और समय बर्बाद हो रहा है , और हमें जरुरत है जो इन उलझनों को सुलझा सके।

 

यह मानसिक स्वस्थता , जीवन और मन की अनंत सम्भावनाओ तथा सकारात्मक और ऊर्जा मनोविज्ञान के विकास का समय है।

 

 

भारत सरकार के तत्कालीन (2017 ) स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री के लिखित जवाब अनुसार भारत में 13500 मनोचिकित्सकों की जरुरत थी पर उपलब्ध पंजीकृत केवल 3827 ही थे। आदर्श रूप से प्रति 8000 – 10000 लोगो पर एक मनोचिकित्सक होना चाहिए , पर वर्तमान में यह अनुपात प्रति 2 लाख लोगो पर है।

हम आकड़ो पर न भी जाये तो हमारे आसपास फिल्म एक्टर से पुलिस अधिकारियो तक, विशिष्टजन से सामान्यजन तक , आत्महत्या से लेकर तनाव , दबाव आदि की सैकड़ो सूचना हमें ज्ञात है। अपने और अपनों के तनाव , खीज, गुस्सा , चिढ़ , डर आदि से भरे चेहरे , हमें मानसिक स्वास्थ्य की जरुरत बता रही है।

Career Caunseling & Aptitude test

Career Couseling and guidance for children and students

YOUnique के कैरियर कॉउंसलिंग कार्यक्रम में विशेषज्ञों के अनुभव, मार्गदर्शन , बायो मैट्रिक परिक्षण (DMIT ) और psychomatic परिक्षण के आधार पर छात्रों तथा पालकों का उचित मार्गदर्शन किया जाता है। छात्रों की क्षमता और ज्ञान के स्तर को समझ कर कैरियर का चुनाव करने के लिए निर्णय लिया जाता है। इससे छात्रों में आत्मविश्वास जागता है तथा वे अपने उज्जवल भविष्य के लिए सही निर्णय ले पाते है।

आज के समय में पालकों और छात्रों का सबसे ज्यादा समय, ऊर्जा और पैसा कैरियर निर्माण पर जाता है , इसके बाद भी सही मार्गदर्शन के अभाव में छात्रों तथा पालको में तनाव लगातार बढ़ रहा है। आज के इस डिजिटल युग में कैरिअर के बहुत से ऑप्शन उपलब्ध है। कैरियर बनाने से ज्यादा कठिन आज कैरियर का चुनाव करना है। अक्सर छात्र और पालक ये नहीं समझ सकते है कि किस विषय में और किस क्षेत्र में आगे बढ़ा जा सकता है। परंपरागत कैरियर से हटकर आज छात्रों के लिए और भी बहुत से कैरियर ऑप्शन सामने आये है। परन्तु यह निर्णय कर पाना कठिन हो गया है कि बेहतर क्या है ? कैरियर का चयन जीवन के सबसे महत्वपूर्ण निर्णयों में से एक है , जिसके आधार पर हमारा आर्थिक तथा सामाजिक स्तर निर्धारित होता है।

Garbh Sanskar

Garbh Sanskaar

प्रोजेक्ट शुभागत –

 गर्भवती महिलाओं और भविष्य में आने वाले शिशुओं के लिए चलाया जा रहा एक गैर व्यावसायिक परियोजना है। जो की विभिन्न वैज्ञानिक खोजो, संस्कृति एवं परंपरा से प्राप्त ज्ञान तथा विभिन्न हितग्राही लोगो के अनुभव के आधार पर विकसित किया गया है , जिसमे डॉक्टर्स , प्रसूतिगृहो , खानपान विशेषज्ञों ध्यान और योग विशेषज्ञों का सहयोग लिया जाता है |

इसके तहत –

1) गर्भावस्था के दौरान गर्भवती माताओ के माध्यम से गर्भस्थ शिशु को विभिन्न प्रशिक्षण दिया जाता है जिससे की सामयिक आवश्यकताओं के अनुकुल स्वस्थ्य , प्रसन्नचित , बुद्धिमान शिशुओं का जन्म होता है।विज्ञानं की खोजे बताती है की गर्भावस्था के दौरान गर्भस्त शिशु के मस्तिष्क का विकास तीव्रतम गति से होता है। शोध बताते है कि गर्भ के 3 माह में 20 अरब न्यूरॉन बन चुके होते है पर उचित वातावरण व प्रशिक्षण के अभाव में वह नष्ट होने लगते है।

उस समय के वातावरण और माता पिता की मनोदैहिक अवस्था का अच्छा बुरा प्रभाव बच्चे पर ही पड़ रहा होता है , यह बाते हम महाभारत में वर्णित अभिमन्यु की कथा से लेकर बाइबिल में वर्णित मरियम संवाद से भी जानते है।

2) इसके तहत गर्भवती माताओ को गर्भावस्था के दौरान विशेष प्रशिक्षण दिया जाता है ताकि इनके अंदर मौजूद, चिंता तनाव डर क्रोध फोबिया इत्यादि मनोविकारो को साफ़ किया जा सके और वो भविष्य में आने वाले शिशु पर ट्रांसफर न हो।

हम शिशुओं के जन्म पश्चात् बहुत सा पैसा , समय उसकी शिक्षा और व्यक्तित्व विकास पर खर्च करते है, इसके साथ ही ध्यान देने की जरुरत सबसे ज्यादा गर्भावस्था के दौरान उचित प्रशिक्षण पर होना चाहिए क्योकि तीव्रतम विकास का वह सुनहरा अवसर पूरी ज़िन्दगी दुबारा नहीं मिलता |

DMIT ( Dematoglyphics Multiple Intellegences Test )

Know about your personality Career Mind mapping and many more from just click your finger.

1. About fingerprint analysis:-

Dermatoglyphics Multiple Intelligence test is a truly scientific study of fingerprint patterns. This will help in understanding a individual’s potential & personality Type. Dermatoglyphics Multiple Intelligence Test (DMIT) is based on understanding from Neuroscience, Genetics, Dermatoglyphics, Psychology, and Embryology. DMIT Test Assessment method has been formulated by scientists and Medical experts. DMIT Test has accepted by the Entire world and also from renowned universities. Medical experts and Approved clinical experience confirmed that fingerprints provide accurate analysis of humans Multiple Intelligences and inborn potential. Traditionally only IQ test is used to be a measurement tool for the degree of intelligence. Now DMIT  Test Using in the field of School college and educational institutions. Human resource management. Children’s memory Enhancements Programs. Career Guidance and Career Counseling.

2. Benefits of FINGERPRINT analysis –

In this analysis you can find your behavior pattern. Mind setting, Career direction and many more about your personality. You can also find you strength in your life and your weakness. You can become money magnet with your hidden strength and you can improve yourself and shape your personality after knowing your weakness.

  • DMIT career counselling lets you know your child’s inborn talents and natural character

  • Makes you understand the best learning style for your child

  • DMIT analysis helps to improve concentrations and mind power

  • Improve the relationship between children and parents.

  • Understand the right parenting techniques and teaching style

 

 

 

 

 

Dermitoglyphics  multiple intelligence test DMIT
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